प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में कथित राशन वितरण घोटाले के मामले में शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शंकर आध्या को गिरफ्तार कर लिया है। आध्या बोंगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष हैं।
ईडी के अधिकारियों ने शुक्रवार रात को आध्या के ससुर के आवास पर छापा मारा था। इस दौरान आध्या के ससुर के साथ ही कई अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था। शनिवार को आध्या को हिरासत में लेकर ईडी मुख्यालय ले जाया गया।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि आध्या के खिलाफ राशन वितरण घोटाले में गंभीर आरोप हैं। उन्होंने बताया कि आध्या घोटाले में शामिल लोगों को राशन वितरण में मदद कर रहे थे।
ईडी की इस कार्रवाई के बाद बंगाल में राजनीति गरमा गई है। टीएमसी ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। टीएमसी ने कहा है कि ईडी सरकार की एजेंडा पर काम कर रही है।
बंगाल में राशन वितरण घोटाला एक बड़ा मामला है। इस मामले में कई लोगों के नाम सामने आ चुके हैं। ईडी इस मामले की जांच कर रही है।
घोटाले का आरोप
आरोप है कि राशन वितरण में शामिल लोग गरीबों को मिलने वाला राशन बेच रहे थे। इस राशन की कीमत से कई गुना ज्यादा कीमत पर बेचा जा रहा था। इस घोटाले में करोड़ों रुपये का गबन हुआ है।
ईडी की कार्रवाई
ईडी ने इस मामले में पहले भी कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें कई सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। ईडी का कहना है कि वह इस मामले की जांच जारी रखेगी।
ईडी की कार्रवाई पर टीएमसी का आरोप
टीएमसी ने ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। टीएमसी ने कहा है कि ईडी सरकार की एजेंडा पर काम कर रही है। टीएमसी नेता और पूर्व मंत्री सुजीत बसु ने कहा है कि ईडी की कार्रवाई गलत है। उन्होंने कहा है कि ईडी को पहले इस मामले की जांच पूरी करनी चाहिए थी। फिर आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए था।
टीएमसी नेता और पूर्व मंत्री फिरदौस खान ने कहा है कि ईडी की कार्रवाई एक राजनीतिक साजिश है। उन्होंने कहा है कि ईडी सरकार की नाकामी को छिपाने के लिए इस मामले को उठा रही है।
ईडी की कार्रवाई पर सरकार का बयान
सरकार ने टीएमसी के आरोपों को खारिज किया है। सरकार ने कहा है कि ईडी की कार्रवाई पूरी तरह से निष्पक्ष है। सरकार ने कहा है कि ईडी इस मामले की जांच पूरी तरह से करेगी।
घोटाले की गम्भीरता
बंगाल में राशन वितरण घोटाला एक बड़ा मामला है। इस घोटाले में करोड़ों रुपये का गबन हुआ है। इस घोटाले से गरीबों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
ईडी की कार्रवाई से उम्मीद है कि इस घोटाले के सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।