India GDP: दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं जहां धीमी रफ्तार से चल रही हैं, वहीं भारत एक आर्थिक चमचमाता सितारा बनकर उभरा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत के लिए अपने अनुमान को और ऊपर बढ़ाते हुए कहा है कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.5% की रफ्तार से आगे बढ़ेगी। यह पिछले अनुमान से 0.2% अधिक है।
दुनिया में सबसे तेज विकास दर का अनुमान
आईएमएफ का यह ताजा अनुमान बताता है कि भारत आने वाले साल में दुनिया की सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगी। अमेरिका के लिए आईएमएफ ने 2.9% और चीन के लिए 5.5% की वृद्धि का अनुमान लगाया है।
तेज रफ्तार का राज क्या है?
भारत की इस शानदार ग्रोथ स्टोरी के पीछे कई वजहें हैं। मजबूत घरेलू मांग, मैन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्रों में तेजी, सरकारी सुधारों का असर और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देना – ये सभी मिलकर भारत को रफ्तार दे रहे हैं।
रोजगार और समृद्धि की राह खोलेगा तेज विकास
भारत की तेज रफ्तार से बढ़ती अर्थव्यवस्था का मतलब है देश में रोजगार के नए अवसर खुलना, लोगों की आय में बढ़ोतरी और देश की समग्र समृद्धि में इजाफा। यह आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
आगे की राह में चुनौतियां भी कम नहीं
हालांकि, अर्थव्यवस्था की इस रफ्तार को बनाए रखने के लिए भारत को कुछ चुनौतियों से भी पार पाना होगा। वैश्विक अनिश्चितता, महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं पर काबू पाना जरूरी है। लेकिन मजबूत नीतियों और जनता के समर्थन से भारत इन चुनौतियों को पार कर न सिर्फ 6.5% की रफ्तार से आगे बढ़ सकता है, बल्कि और भी ऊंचाइयों को छू सकता है।