Lok Sabha Election 2024: यूपी में लोकसभा चुनाव 2019 में किस पार्टी ने जीती थी कितनी सीटें, 2024 से पहले बदल गया समीकरण

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की राजनीति की सबसे बड़ी अहमियत होती है, क्योंकि यूपी में बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक 80 सीटें हैं।

जिला पार्टी सदस्य
अलीगढ़ भाजपा सत्यपाल सिंह
अमेठी भाजपा स्मृति ईरानी
अयोध्या भाजपा रविशंकर प्रसाद
रायबरेली भाजपा गायत्री प्रसाद प्रजापति
बाराबंकी भाजपा बृजेश सिंह
बस्ती भाजपा लल्लू सिंह
बिजनौर भाजपा राजेश प्रताप सिंह
बदायूं भाजपा संजय निषाद
बांदा भाजपा रमाशंकर सिंह
बाराबंकी भाजपा बृजेश सिंह
बलिया भाजपा वीरेंद्र सिंह
बहराइच भाजपा महेंद्र सिंह
बिजनौर भाजपा राजेश प्रताप सिंह
बुलंदशहर भाजपा डॉ. महेंद्र सिंह
चंदौली भाजपा महेंद्र नाथ पांडेय
चित्रकूट भाजपा राकेश सिंह
देवरिया भाजपा सुनील बंसल
एटा भाजपा राजकुमार चाहर
फर्रुखाबाद भाजपा राजवीर सिंह
फिरोजाबाद भाजपा रामशंकर कठेरिया
गाजियाबाद भाजपा सुनील भराला
गोंडा भाजपा कृष्णा मुरारी
गोरखपुर भाजपा योगी आदित्यनाथ
हाथरस भाजपा राजवीर सिंह राजू
हमीरपुर भाजपा अनुराग शर्मा
हरदोई भाजपा रीता बहुगुणा जोशी
हापुड़ भाजपा विजय पाल सिंह
जौनपुर भाजपा मनोज तिवारी
झांसी भाजपा देवेंद्र सिंह बघेल
कन्नौज भाजपा अजय मिश्रा टेनी
कासगंज भाजपा राजेश कुमार
कुशीनगर भाजपा जयप्रकाश निषाद
लखीमपुर खीरी भाजपा जयंत सिंह
लखनऊ भाजपा राजनाथ सिंह
महराजगंज भाजपा अशोक कुमार रावत
मैनपुरी भाजपा राजकुमार चाहर
मुजफ्फरनगर भाजपा संजय अग्रवाल
मथुरा भाजपा हेमा मालिनी
मिर्जापुर भाजपा विजय मिश्रा
मुरादाबाद भाजपा कुंवर अरविंद सिंह
नैनीताल भाजपा रमेश पोखरियाल निशंक
रायबरेली भाजपा गायत्री प्रसाद प्रजापति
रामपुर भाजपा घनश्याम लोधी
सहारनपुर भाजपा राधा मोहन सिंह
संतकबीर नगर भाजपा कौशल किशोर
सिद्धार्थनगर भाजपा राकेश प्रताप सिंह
सुल्तानपुर भाजपा रामप्रीत सिंह
कानपुर नगर भाजपा सत्यदेव पचौरी
कानपुर देहात भाजपा सत्य प्रकाश मिश्रा
मेरठ भाजपा राजेंद्र अग्रवाल
मुरादाबाद भाजपा कुंवर अरविंद सिंह
वाराणसी भाजपा नरेंद्र मोदी
वाराणसी ग्रामीण भाजपा रविंद्र कुशवाहा

साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की थी। पार्टी ने राज्य की 80 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की। इसके अलावा, अपना दल (सोनेलाल) ने दो सीटें जीतीं। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) को पांच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 10 और कांग्रेस को एक सीट मिली।

भाजपा की जीत के कई कारण बताए गए हैं। इनमें से एक कारण यह था कि पार्टी ने अपने चुनाव अभियान में विकास और सुरक्षा को प्रमुख मुद्दे बनाया। पार्टी ने कहा कि वह यूपी में विकास के लिए प्रतिबद्ध है और कानून-व्यवस्था को मजबूत करेगी।

दूसरा कारण यह था कि भाजपा ने सत्तारूढ़ गठबंधन का लाभ उठाया। सपा और बसपा के बीच गठबंधन के बावजूद, वे भाजपा को चुनौती नहीं दे पाए।

तीसरा कारण यह था कि भाजपा ने अपने उम्मीदवारों का चयन अच्छी तरह से किया। पार्टी ने कई नए चेहरों को चुनाव में उतारा, जिन्होंने अच्छी प्रदर्शन किया।

हालांकि, भाजपा की जीत में “मोदी लहर” का भी बड़ा योगदान रहा। आने वाले चुनावों में अगर मोदी की लोकप्रियता में कमी आती है, तो भाजपा को चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

2019 के लोकसभा चुनाव के बाद यूपी की राजनीति में बड़ा बदलाव आया। पार्टी ने राज्य में अपना दबदबा कायम कर लिया और सपा-बसपा गठबंधन को कमजोर कर दिया।

2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के लिए कई चुनौतियां हैं। इनमें से एक चुनौती यह है कि पार्टी को अपनी “मोदी लहर” को बनाए रखना होगा। दूसरी चुनौती यह है कि पार्टी को यूपी की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा।

भाजपा को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है। पार्टी को नए मुद्दों को उठाने और युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए प्रयास करने होंगे।

भाजपा की जीत के लिए कुछ सुझाव:

पार्टी को अपनी “मोदी लहर” को बनाए रखने के लिए मोदी के नेतृत्व में विकास और सुरक्षा के मुद्दों पर जोर देना चाहिए।
पार्टी को यूपी की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
पार्टी को नए मुद्दों को उठाने और युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए युवा नेताओं को आगे बढ़ाना चाहिए।

अगर भाजपा इन सुझावों को ध्यान में रखती है, तो उसे 2024 के लोकसभा चुनाव में भी सफलता मिल सकती है।

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