विधानसभा में विपक्ष ने कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने का प्रयास किया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई का अल्टीमेटम अपने ही अंदाज में दिया। कहा कि बहुत से लोग जो बातों से नहीं मानते हैं, उन्हें दूसरे तरीके से भी समझा रहे हैं।
इससे पूर्व संसदीय कार्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विपक्ष के सवालों पर अपराधियों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई के आंकड़े साझा किए। कहा, कानून-व्यवस्था के प्रति लोगों का विश्वास अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई से जागता है। यहां (सदन में) कह दिया था कि मिट्टी में मिला देंगे, तो मिट्टी में मिला दिया। जो भी अपराध करेगा, उसको उसी के अनुुपात में सजा मिलेगी।
सपा सदस्य ने कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल
सपा सदस्य डॉ. संग्राम यादव, प्रदीप यादव व अन्य ने गाजीपुर व महाराजगंज में बच्चियों से दुष्कर्म, गोंडा में मां-बेटी से सामूहिक दुष्कर्म, मेरठ में युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या, बलिया में ट्रकों से वसूली, बिहार सीमा से जुड़े जिलों में बढ़ती शराब, मादक पदार्थ व पशु तस्करी को लेकर कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। तहसील व थाना स्तर पर पीड़ितों की सुनवाई न होने का आरोप लगाया। कहा, पुलिस निरंकुश है।
प्रदीप यादव ने औरैया में दो पक्षों मेें हुए विवाद में पुलिस पर एक पक्ष के दो युवकों के पैर में गोली मारने का आरोप भी लगाया। हाथरस में भगदड़ से 121 लोगों की मौत का मामला भी उठा। सपा सदस्यों ने कहा कि कानून-व्यवस्था बेहाल है। इस मुद्दे पर सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराए जाने की मांग की, जिसे अस्वीकार कर दिया गया।
वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते
संसदीय कार्य मंत्री ने सपा सदस्यों पर अलग ही अंदाज में पलटवार किया। कहा, ‘जिनके अपने महल शीशे के होते हैं, वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते’। प्रदेश नहीं पूरा देश जानता है कि सपा ने सत्ता इसलिए खोई क्योंकि अपराधियों का साथ दिया। हम कभी अपराधियों के साथ नहीं खड़े हुए। कहा, राजू पाल व कृष्णानंद राय की हत्या को भूल गए। उनके आरोपितों काे किसने बचाया।
उन्होंने कहा, ‘आइना जब भी उठाया करो, पहले देखा करो फिर दिखाया करो’। अपराध के प्रति जीरो टालरेंस की नीति का परिणाम है कि दूसरे राज्यों के लोग उम्मीद करते हैं योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री हो। कहा, बलिया में हमारे आईपीएस ने ही ट्रकों से वसूली पकड़ी। शिकायत हुई तो पकड़वाया भी। कार्रवाई का आंकड़ा भी रखा।
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि सरकार सारा दोष सपा पर मढ़ देती है। सिर्फ निरोधात्मक कार्रवाई के बजाए घटनाएं न हों, इसके लिए कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा, नेता प्रतिपक्ष जानते हैं कि अभियोजन की कार्रवाई इसी का हिस्सा है। पलटवार किया कि आपका एक विधायक शराब तस्करी के मामले में जेल में है। एक विधायक कानपुर को दंगों में झोंक रहा था।
सपा विधायक विजमा यादव बोलीं, करविरया की रिहाई से जान को खतरा
सपा विधायक विजमा यादव ने सदन में उनके पति पूर्व विधायक जवाहर सिंह यादव की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक उदयभान करवरिया की समयपूर्व रिहाई पर सवाल उठाया। कहा, प्रयागराज में पहली बार एके-47 चली थी। उनके पति को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। हाई कोर्ट तक लड़ाई लड़कर दोषी उदयभान करवरिया व अन्य को सजा कराई। उसे बरी कर दिया गया।
रुंधे गले से कहा, हमारी व परिवार की हत्या हो सकती है। इसकी जिम्मेदार सरकार होगी। कहा, मुख्यमंत्री से न्याय की उम्मीद है। करवरिया की रिहाई पर नेता प्रतिपक्ष ने भी सवाल उठाया। जिस पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मामले में सूचना इकट्ठा कर जवाब दिया जाएगा।