शहर में मस्जिद मामला फिर गर्मा गया है. यहां हिंदू संगठनों ने मस्जिद को अवैध बताते हुए 24 अक्तूबर को शहर में रैली प्रस्तावित की है. इस संबंध में दूसरे समुदाय ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर इस रैली को रुकवाने की मांग की है. समुदाय विशेष के लोगों का कहना है कि वह पहले ही मस्जिद से जुड़े सभी दस्तावेज जिला प्रशासन को सौंप चुके हैं. उन्होंने प्रशासन ने मस्जिद के साथ ही समुदाय के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है.
बता दें जिला मुख्यालय स्थित मस्जिद की वैधता को लेकर हिंदू संगठनों ने आरटीआई में जानकारी मांगी थी, शुरुआत में आधी-अधूरी जानकारी में मस्जिद से संबंधित रिकॉर्ड उपलब्ध न होने की जानकारी दी गई. हालांकि, बाद में इसे लेकर पूरी जानकारी देते हुए मस्जिद को वैध बताया गया. वहीं, दूसरे समुदाय के लोगों ने भी जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट को ज्ञापन सौंपकर मस्जिद की जमीन से जुड़े रजिस्ट्री, खाता-खतौनी व सुन्नी वक्फ बोर्ड संबंधी दस्तावेज सौंपे थे. जिससे ये विवाद शांत हो गया, लेकिन अब एक समुदाय ने दोबारा इस मस्जिद को अवैध बताते हुए 24 अक्तूबर को रैली प्रस्तावित की है.
बीते शुक्रवार को दूसरे समुदाय ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए उनके धार्मिक स्थल को लेकर सोशल मीडिया में भ्रम फैलाने की बात कही. समुदाय के इरशाद कुरैशी, नासिर शेख, वक्कार अंसारी आदि ने कहा जब वह मस्जिद की भूमिधरी के संबंध में संपूर्ण तथ्य परक दस्तावेज मुहैया करा चुके हैं.
इसके बाद भी उनकी मस्जिद को अवैध बताया जा रहा है. डीएम को सौंपे ज्ञापन में समुदाय के लोगाें ने प्रस्तावित रैली से समुदाय के लोगों में भय का माहौल होने की बात कही. साथ ही उक्त रैली को रुकवाने और मस्जिद के साथ ही उनके समुदाय के लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की.