कन्नौज: समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता नवाब सिंह यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। किशोरी के साथ दुष्कर्म के मामले में डीएनए जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, इस घटना में फंसने के बाद ही पार्टी ने उनसे पल्ला झाड़ लिया था। सपा के कन्नौज जिला अध्यक्ष कलीम खान ने कहा था कि वह किसी भी तरह से समाजवादी पार्टी का सदस्य नहीं है। वह करीब पांच साल से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल था औ वह पार्टी का सक्रिय सदस्य नहीं है।
नवाब के भाई नीलू यादव को भी मामले में घटना के साक्ष्य प्रभावित करने को लेकर पुलिस लगातार ढूंढ रही है। फरार नीलू पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। अधिकारी दुष्कर्म के आरोपी की संपत्ति की जांच भी कर रहे हैं। ऐसे में प्रशासन नवाब के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
मैच हुआ डीएनए सैंपल
पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव पर नाबालिक के साथ दुष्कर्म के आरोप हैं। जेल भेजे जाने के बाद नवाब ने डीएनए सैंपल जांच की मांग की थी। सोमवार को डीएनए जांच रिपोर्ट सामने आई और एसपी अमित कुमार आनंद के अनुसार नाबालिक किशोरी के साथ पूर्व ब्लॉक प्रमुख का डीएनए सैंपल मैच कर गया है। जिसके बाद एसपी ने मामले में दुष्कर्म की पुष्टि की।
अगस्त में गिरफ्तार हुए थे नवाब
11 अगस्त की रात नवाब को उनके ही कॉलेज में आपत्तिजनक हालत में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मौके पर एक महिला और एक नाबालिग लड़की भी थी। नाबालिक किशोरी और महिला आपस में बुआ भतीजी हैं।
किशोरी ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके अगले दिन कोर्ट में पेश किया था। यहां से नवाब को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। नवाब ने 16 अगस्त को डीएनए जांच की मांग की। 17 अगस्त को नवाब का डीएनए सैंपल लिया गया था और जांच के लिए भेजा गया। सोमवार को एसपी ने एफ.एस.एल रिपोर्ट में डीएनए जांच में दुष्कर्म की पुष्टि की।
पीड़िता की बुआ भी जेल में
किशोरी के माता पिता की शिकायत पर उसकी बुआ को भी गुमराह करने के आरोप में पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। नवाब का भाई नीलू 10 दिन से फरार है। नीलू पर भी साक्ष्य प्रभावित करने का आरोप है। पुलिस ने नीलू पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है। अधिकारी नवाब की संपत्ति की जांच भी कर रहे हैं। नीलू के साले की ठठिया थाना के बलनापुर गांव में कोल्ड की अवैध बाउंड्रीवॉल को भी प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया था।