प्रयागराज के मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम को जमींदोज करने की तैयारी है. अवैध निर्माण के चलते प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) ने मदरसे को सील कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, पीडीए ने मदरसे के जिम्मेदारों को अवैध निर्माण पर जवाब देने के लिए कहा है. संतोषजनक जवाब न मिलने पर पीडीए मदरसे को ध्वस्त कर सकती है. मदरसे के अवैध निर्माण पर पीडीए की टीम जल्द ही बुलडोजर चला सकती है. इन सब के बीच प्रयागराज में मदरसों पर बड़ा खुलासा हुआ है. जिले में 72 मदरसे बिना मान्यता के संचालित पाए गए हैं. इन भी एक्शन की तैयारी है.
गौरतलब है कि, प्रयागराज के अतरसुईया में संचातिल जामिया हबीबिया मदरसे में करीब सौ छात्र इस्लामिक शिक्षा ले रहे थे, इसमें से 70 छात्र मौजूद थे, जिन्हें उनके घर भेज दिया गया है। जामिया हबीबिया मदरसा 84 साल पुराना है। इसकी मान्यता यूपी मदरसा बोर्ड से नहीं ली गई थी। यह मदरसा सिर्फ सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन पर संचालित हो रहा था।
जामिया हबीबिया मदरसे में 28 अगस्त को नकली नोट की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। जिसमें मदरसे का कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन भी गिरफ्तार हुआ था। मदरसे में नकली नोटों की फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद आईबी और दूसरी जाँच एजेंसियाँ भी सक्रिय हो गयी हैं।
आरोप है कि जामिया हाबिया के मदरसे के प्रिंसिपल तफसिरुल और मदरसे के मौलाना ज़ाहिर खान ने ही नकली नोट की फैक्ट्री मदरसे में शुरू की थी। प्रिंसिपल के कमरे से सौ-सौ रुपये के एक लाख 30 हज़ार के नकली नोट बरामद हुए थे, जबकि बाद में प्रिंसिपल के कमरे से स्पीड पोस्ट की पर्चियाँ और कुछ भड़काऊ किताबें मिली थी। इस भड़काऊ किताब को लेकर खुफिया एजेंसियां भी मौलाना और मदसे के प्रिंसिपल के कट्टरपंथी संगठनों से रिश्ते की जाँच कर रही है।
सीलिंग के लगभग आधे घंटे के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम भी मदरसे पर पहुँची। प्राधिकरण ने वहाँ मदरसे के अवैध होने का बोर्ड लगा दिया। इस बोर्ड पर लिखा था, “अनधिकृत होने के कारण यह निर्माण सील किया गया है। इस निर्माण में सील को तोड़ना, पुनः निर्माण की कोशिश करना तथा किसी प्रकार का क्रय-विक्रय करना अवैधानिक एवं दंडनीय अपराध है।