Maha kumbh 2025: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का मनु स्मृति के विरुद्ध इंटरनेट मीडिया में बयान प्रसारित होने को संताें और विद्वानों ने गंभीरता से लिया है। आरोप है कि राहुल वीडियो में -मनुस्मृति बलात्कारियों को संरक्षण देती है, जैसा वक्तव्य दे रहे हैं। इसके विरुद्ध जगदगुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की अध्यक्षता में उनके शिविर में रविवार को आयोजित परमधर्म संसद में निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए उन्हें हिंदू धर्म से बहिष्कृत करने का निर्णय लिया गया।
विकास पाटनी द्वारा रखे गए निंदा प्रस्ताव में कहा गया कि राहुल के बयान से मनु स्मृति को पवित्र ग्रंथ मानने वाले करोड़ों आस्थावान लोगों को पीड़ा हुई है। कहा कि एक महीने के भीतर राहुल क्षमायाचना करने की मांग की गई है।
भारतीयों को जबरन बाहर करने पर अमेरिका की निंदा साथ ही अमेरिका से भारतीयों को जबरन बाहर करने और गोमांस परोसने की निंदा की गई। कहा कि अभिरक्षा के अंतराल में अमेरिकी प्रशासन ने जिस तरह भारतीय हिंदुओं को खाने के लिए गोमांस परोसा, उससे पता चलता है कि वह जान-बूझकर हमारी धार्मिक आस्था को चोट पहुंचा रहा है। इसको लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
परमधर्म संसद में पारित किए गए ये प्रस्ताव
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि महाकुंभ में 27 दिनों तक चली परमधर्म संसद में गोहत्या से किसी भी रूप में जुड़े व्यक्ति का हिंदू धर्म से बहिष्कार, गोमतदाता बनने की प्रेरणा, सनातन संरक्षण परिषद् का गठन, हिंदू की परिभाषा, हिंदुओं के उपास्य देवता का निर्णय, आयुर्वेद को हिंदू चिकित्सा पद्धति घोषित करना, भारत के संविधान की हिंदूपरक व्याख्या, धार्मिक विरासतों की पुनः प्राप्ति, धर्मजगत के प्रदूषण मिटाना, गंगा सहित पवित्र नदियों की अविरल-निर्मल धारा का संकल्प सहित अनेक प्रस्ताव पारित किए गए।