अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सनातन धर्म की लहर चारों तरफ फैल रही है। इसी को लेकर इस्कॉन से जुड़े आध्यात्मिक संत अमोघ लीला दास ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आज जो लहर चल रही है सनातन धर्म की ये एक लहर नहीं, बल्कि सुनामी है। इसमें जुड़ गए तो उड़ जाएंगे, लेकिन इसके खिलाफ गए तो मिट जाएंगे।
संत अमोघ लीला दास ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सनातन धर्म का पुनरुत्थान शुरू हो गया है। यह एक सुनामी है जो दुनिया भर में फैल रही है। इसमें जो लोग जुड़ जाएंगे, वे सफल होंगे, लेकिन जो इसके खिलाफ जाएंगे, वे नष्ट हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म एक शांतिपूर्ण धर्म है, लेकिन यह शक्तिशाली भी है। जो लोग सनातन धर्म का विरोध करेंगे, उन्हें इसका दंड भुगतना होगा।
संत अमोघ लीला दास का यह बयान सनातन धर्म के समर्थकों में उत्साह का संचार कर रहा है। वे मानते हैं कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सनातन धर्म का पुनरुत्थान शुरू हो गया है और यह सुनामी दुनिया भर में फैल जाएगी।
हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि संत अमोघ लीला दास का यह बयान अतिशयोक्तिपूर्ण है। उनका कहना है कि सनातन धर्म एक शांतिपूर्ण धर्म है और इसे किसी के विरोध से डरने की जरूरत नहीं है।