उत्तराखंड : पौड़ी गढ़वाल के सतपुली से पौड़ी मार्ग पर स्थित ज्वालपा देवी मंदिर के पास मुस्लिम खादिम ने वन भूमि पर रातों-रात अवैध रूप से मजार का निर्माण किया और वहां धार्मिक गतिविधियों की शुरुआत कर दी। इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर तेजी से फैलते ही सुर्खियों में आ गई, जिसके बाद जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया और त्वरित कार्रवाई की।
जिलाधिकारी आशीष चौहान ने मामले की जांच के लिए इसे वन विभाग को सौंपा। वन विभाग की टीम ने आज सुबह मौके पर पहुंचकर जांच की, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि मजार का निर्माण हाल ही में ईंट और पत्थरों से किया गया था। वन विभाग की टीम के आने से पहले ही मजार का निर्माण करने वाला खादिम वहां से फरार हो चुका था।
वन विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस अवैध मजार को ध्वस्त कर दिया। खास बात यह थी कि मजार के अंदर केवल ईंट, गारा और पत्थर पाए गए, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि ऐसी मजारें केवल अंधविश्वास फैलाने और सरकारी भूमि पर कब्जा जमाने के उद्देश्य से बनाई जाती हैं।
इस घटना का मुख्य उद्देश्य सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करना और हिंदू समुदाय को गुमराह करना प्रतीत होता है। वन विभाग ने मजार हटाए जाने की सूचना उच्च अधिकारियों को भी दी है, और मामले की पूरी जानकारी दी गई है।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि हाल के महीनों में धामी सरकार ने मजार जिहाद और लैंड जिहाद के खिलाफ एक व्यापक अभियान छेड़ा हुआ है। इस अभियान के तहत अब तक जंगल की भूमि से 500 से अधिक अवैध मजारों को हटाया जा चुका है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में मौजूद अवैध मजारों पर भी कार्रवाई अभी बाकी है, और इस दिशा में सरकार और प्रशासन की ओर से आगे की योजना बनाई जा रही है।