लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम सामने आ चुका है। भाजपा को बहुमत से कम सीटें मिली हैं लेकिन उसके नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को पूर्ण बहुमत है। भाजपा के लिए इस चुनाव परिणाम में केरल से भी खुशखबरी सामने आई। केरल में पहली बार भाजपा को एक लोकसभा सीट पर जीत मिली है। पार्टी के प्रत्याशी सुरेश गोपी ने राज्य की त्रिशुर लोकसभा सीट से 75 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। आइए जानते हैं सुरेश गोपी के बारे में कुछ खास बातें।
कौन हैं सुरेश गोपी?
केरल में भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनावों में जीत का स्वाद चखाने वाले सुरेश गोपी मलयाली फिल्मों के अभिनेता हैं जिन्होंने राजनीति की ओर रुख किया है। मणिचित्राथाझु, ए नॉर्दर्न स्टोरी ऑफ वेलोर और ओरु सीबीआई डायरी कुरिप्पु सहित 250 से ज्यादा चर्चित फिल्मों में काम किया है। गोपी को 1998 में उनकी फिल्म कलियाट्टम के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिला था।
भाजपा से कैसे बना रिश्ता?
सुरेश गोपी का जन्म केरल के अलप्पुझा जिले में हुआ था। फिल्मों में अभिनय से प्रसिद्ध हुए गोपी राष्ट्रपति द्वारा नामित 29 अप्रैल 2016 को राज्यसभा के लिए नामित किए गए थे। इसके बाद सुरेश गोपी अक्टूबर 2016 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।
2019 में भी लड़ा था चुनाव
सुरेश गोपी की उम्र 65 साल है। उन्होंने 74,686 वोट से चुनाव जीता। उन्हें कुल 412,338 वोट मिले हैं। सुरेश गोपी का मुकाबला सीपीआई के सुनील कुमार और कांग्रेस उम्मीदवार के. मुरलीधरन से था। बता दें कि सुरेश ने 2019 में भी बीजेपी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी टीएन प्रथापन से हार का सामना करना पड़ा था। सुरेश 1,21,267 वोट से हारे थे और तीसरे स्थान पर रहे थे।
इन फिल्मों में कर चुके हैं काम
सुरेश गोपी की पहचान केवल अभिनेता और नेता तक ही सीमित नहीं है। वो एक गायक और टीवी होस्ट भी हैं। सुरेश वैसे तो मलयालम अभिनेता हैं, मगर वो तमिल, तेलुगु, हिंदी और कन्नड़ फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरेश ने अपने फिल्मी करियर में 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया हैं, जिसमें ‘सलाम कश्मीर’, ‘माय गॉड’, ‘गीतांजलि’, ‘कलेक्टर’, ‘सदगम्य’, ‘रिंगटोन’, ‘केरला कैफे’, ‘बॉस’, ‘बुलेट’, ‘टाइम’, ‘नोटबुक’ और ‘लंका’ समेत कई फिल्में शामिल हैं। उनकी पिछली फिल्म ‘गरुड़न’ थी, जो साल 2023 में रिलीज हुई थी।