उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर में एक जनसभा के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों के बाद PoK भारत का हिस्सा बनने वाला है। इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और इसे एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि जम्मू-कश्मीर की विशेषता केवल उसकी प्राकृतिक सुंदरता नहीं है, बल्कि वहां की संस्कृति और लोग भी इसकी असली पहचान हैं। उन्होंने कहा, “भारत का हर एक इंच हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम PoK को कभी नहीं भूलेंगे, और हम इसे भारत का हिस्सा बनाने के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी हिस्सों को भारत का अभिन्न अंग मानती है।
योगी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास की प्रक्रिया तेज हुई है। उन्होंने स्थानीय निवासियों से अपील की कि वे अपने अधिकारों के लिए जागरूक रहें और अपने समुदाय के विकास में सक्रिय भागीदारी करें। उनका मानना है कि जब लोग एकजुट होकर अपने हक के लिए आवाज उठाते हैं, तो प्रशासन भी उनकी सुनता है।
इस जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में विकास की गति को तेज करने के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं। उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से जम्मू-कश्मीर को विकास की मुख्यधारा में लाने की कोशिश की जा रही है।
योगी के इस बयान के बाद राजनीतिक नेताओं और विशेषज्ञों के बीच बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे चुनावी जुमला मानते हैं, जबकि अन्य इसे एक वास्तविकता के रूप में देख रहे हैं। इससे पहले, कई बार भारत ने PoK को अपना हिस्सा मानते हुए इस क्षेत्र में भारत की संप्रभुता की बात की है।
योगी आदित्यनाथ का यह बयान उस समय आया है जब जम्मू-कश्मीर में चुनावों का माहौल गर्म है और राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों को मजबूती देने में जुटे हुए हैं। उनकी यह टिप्पणी न केवल एक राजनीतिक बयान है, बल्कि यह भारत की राष्ट्रीयता और एकता की भावना को भी दर्शाती है।
उम्मीद की जा रही है कि आगामी चुनावों में यह मुद्दा प्रमुखता से उठेगा, और इसके साथ ही यह भी देखने लायक होगा कि जम्मू-कश्मीर के लोग इस पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।