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अयोध्या को सजाया अब मथुरा की बारी

अयोध्या को सजाया अब मथुरा की बारी

अयोध्या में  22 जनवरी को श्रीराम लला के भव्य मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह पूरे भव्य के साथ हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर देशभर से लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचें। अयोध्या के इस धार्मिक उत्सव से पूरे देश में हिंदू धर्म और संस्कृति की भावना को नया बल मिलेगा।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद अब मथुरा की बारी है। मथुरा में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की मांग लंबे समय से चल रही है। हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार का मानना है कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पूरे देश में हिंदू धर्म और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की मांग को लेकर पिछले कई वर्षों से आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन की अगुवाई श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति कर रही है। समिति के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का कहना है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए हमने लंबे समय से संघर्ष किया है। अब सरकार ने हमारी मांगों को माना है। हम जल्द से जल्द श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण शुरू होने की उम्मीद कर रहे हैं।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए सरकार ने अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया के तहत सरकार श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर स्थित ईदगाह मस्जिद को अधिग्रहित करेगी। इसके बाद वहां मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पूरे देश में हिंदू धर्म और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। यह मंदिर भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक होगा। इस मंदिर में देशभर से लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे। इससे मथुरा की धार्मिक और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए। इससे देश में हिंदू धर्म और संस्कृति की भावना को नया बल मिलेगा।

मथुरा में मंदिर निर्माण की चुनौतियां

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की चुनौतियां भी कम नहीं हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि मंदिर निर्माण के लिए सरकार को श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर स्थित ईदगाह मस्जिद को अधिग्रहित करना होगा। इस मस्जिद को अधिग्रहित करने के लिए सरकार को कानूनी प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। इसके अलावा, मथुरा में मंदिर निर्माण को लेकर कुछ विवाद भी हैं। कुछ लोग मंदिर निर्माण का विरोध कर रहे हैं। इन चुनौतियों को दूर करने के लिए सरकार को उचित कदम उठाने होंगे।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए सरकार की योजना

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए सरकार ने एक योजना बनाई है। इस योजना के तहत मंदिर का निर्माण 36 एकड़ क्षेत्र में किया जाएगा। मंदिर का निर्माण गुजरात के आर्किटेक्ट रवि शंकर वल्लभ के द्वारा किया जाएगा। मंदिर की ऊंचाई 120 फीट होगी और इसका क्षेत्रफल 11000 वर्ग फुट होगा। मंदिर में भगवान कृष्ण की विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की योजना को लेकर सरकार का कहना है कि यह मंदिर देश की संस्कृति और गरिमा का प्रतीक होगा। यह मंदिर भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक होगा।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद अब मथुरा की बारी है। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पूरे देश में हिंदू धर्म और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। यह मंदिर भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक होगा। इस मंदिर में देशभर से लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे। इससे मथुरा की धार्मिक और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।

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