गुजरात में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। भाजपा इन चुनावों में तीसरी बार क्लीन स्वीप करने की रणनीति बना रही है, जबकि कांग्रेस सत्ता में वापसी करने की कोशिश कर रही है।
भाजपा की रणनीति
भाजपा ने गुजरात में लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है। पार्टी ने 26 में से 25 लोकसभा सीटों के लिए लोकसभा प्रभारी और संयोजकों की घोषणा कर दी है। इनमें कई ऐसे नेता शामिल हैं जो 2014 और 2019 के चुनावों में जीते हैं। भाजपा ने सभी बूथों पर 5 लाख से ज्यादा की लीड का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए पार्टी ने एक मजबूत संगठनात्मक ढांचा तैयार किया है।
कांग्रेस की तैयारी
कांग्रेस भी गुजरात में लोकसभा चुनावों के लिए तैयारी कर रही है। पार्टी ने शक्ति सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। सिंह 2022 के विधानसभा चुनाव में जीती हुई सीटों पर फोकस कर रहे हैं। कांग्रेस ने इन सीटों पर नए चेहरों को टिकट देने का फैसला किया है। पार्टी ने युवाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने की भी योजना बनाई है।
चुनाव परिणाम को प्रभावित करने वाले कारक
गुजरात में लोकसभा चुनावों के परिणाम को कई कारक प्रभावित कर सकते हैं। इनमें महंगाई, बेरोजगारी, किसान आंदोलन, कोविड-19 महामारी, राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति शामिल हैं। अगर इनमें से कोई भी कारक लोगों को नाराज करता है, तो इसका असर चुनाव परिणाम पर पड़ सकता है।
निष्कर्ष
गुजरात में 2024 के लोकसभा चुनावों में BJP और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। दोनों पार्टियां जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही हैं। चुनाव परिणाम को प्रभावित करने वाले कारकों पर निर्भर करेगा कि कौन सी पार्टी जीत हासिल करती है।