लोकसभा चुनाव में ‘वोट जिहाद’ के बाद अब ‘जजिया कर’ की एंट्री हो गई है. कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी और सपा नेता मारिया आलम ने लोगों से खामोशी से वोट जिहाद की बात कही थी.
अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोल्हापुर की रैली में कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जैसे औरंगजेब के समय ‘जजिया कर’ लगता था वैसे ही कांग्रेस लगाना चाहती है. ऐसे में यह समझना महत्वपूर्ण है कि जजिया कर क्या होता था और आज कांग्रेस से इसे क्यों जोड़ा जा रहा है?
जैसे औरंगजेब के समय 'जजिया कर' लगता था, वैसे ही कांग्रेस 'जजिया कर' लगाना चाहती है… pic.twitter.com/TSA8Mwt2XG
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) May 1, 2024
वैसे चुनाव आगे बढ़ने के साथ ही सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की बातें भी होने लगी हैं. जिस तरह से मुसलमानों के आरक्षण का मुद्दा उछला है उससे कई तरह के सवाल उठे हैं. मारिया आलम की टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ केस भी दर्ज हुआ. भाजपा ने INDIA गठबंधन को कठघरे में खड़ा किया. इधर, पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने राहुल गांधी के सपोर्ट में ट्वीट किया तो भाजपा ने कांग्रेस को घेर लिया. फवाद ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा था-
योगी ने क्या कहा
यूपी के सीएम ने कहा कि 1970 में दादी ने नारा दिया गरीबी हटाओ, पोता भी तोते की तरह वही रट रहा है कि गरीबी हटा देंगे. एक पत्रकार ने पूछा कि कैसे हटाएंगे तो कहते हैं कि एक झटके में हटा देंगे. आगे योगी ने कहा, ‘उन्होंने (राहुल गांधी) कहा कि मैं हर नागरिक की संपत्ति का सर्वे करूंगा.
फिर उनके सलाहकार सैम पित्रोदा ने कहा कि हम विरासत कर लगा देंगे. मतलब आपके पूर्वजों ने जो संपत्ति अर्जित की है, कांग्रेसी उसका सर्वे करके रखेंगे. जैसे औरंगजेब के समय जजिया कर लगता था न, ऐसे ही कांग्रेस जजिया कर लगाना चाहती है.’