नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) के तहत बुधवार को 14 लोगों को भारत की नागरिकता का सर्टिफिकेट सौंपा गया। जिसके बाद अब ये 14 लोग भारत के नागरिक हैं और अब वो भारत सरकार की सारी सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे।
जिन 14 लोगों को भारत का नागरिकता दी गई उसमें से कुछ पाकिस्तान से आए हुए शरणार्थी भी हैं। उन्हीं में से एक पाकिस्तान की एक हिंदू शरणार्थी भावना भी हैं। भारत की नागरिकता मिने के बाद उन्होंने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया।
‘PAK में मुसलमान हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लेते हैं’
पाकिस्तान की एक हिंदू शरणार्थी भावना ने कहा कि वहां (पाकिस्तान) बहुत कठिनाइयां थीं। लड़कियां वहां पढ़ नहीं सकती थीं या अपने घरों से बाहर नहीं जा सकती थीं। मुसलमान हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लेते हैं और उन्हें जबरन इस्लाम में परिवर्तित कर देते हैं। लड़कियां इतनी डरी हुई हैं, कि वे नहीं जातीं।
जब मैं वहां थी तो मैं बहुत छोटी थी, मुझे अपने घर के अलावा और कुछ याद नहीं है क्योंकि हम घर से बाहर बहुत कम निकलते थे। हमारे परिवार के बहुत से सदस्य अभी भी वहां हैं जो भारत आना चाहते हैं लेकिन वे वीजा संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। हम अपने देश में आकर बहुत खुश हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने हमारी बहुत मदद की है। हम पीएम मोदी और अमित शाह को धन्यवाद देते हैं। मैं एक शिक्षक बनना और शिक्षा देना चाहती हूं।
सिर्फ भावना ही नहीं दूसरे लोग भी भारत की नागरिकता पाकर काफी खुश हैं। मजनू का टीला में रहने वाली शीतल दास का 19 लोगों का परिवार 2013 में पाकिस्तान के सिंध से भागकर यहां आया था।
शीतल दास यहां जीवन यापन के लिए मोबाइल फोन कवर बेचती हैं। उन्होंने कहा कि उनका उन्होंने बताया कि उनके परिवार में से तीन लोगों को नागरिकता मिल गई है। मैं बहुत खुश हूं। सरकार ने हमारी इच्छा पूरी की।अब मैं भारत में सम्मानजनक जीवन जी सकती हूं।
पाकिस्तान के सिंध से आईं योशोदा ने भी भारतीय नागरिकता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि वह अब एक भारतीय के रूप में सम्मानजनक जीवन जी सकती हैं।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि भारत की नागरिकता मिलने से अब उनके परिवार और बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकता पाने का मेरा लंबा इंतजार अब खत्म हो गया है। मैं वास्तव में बहुत खुश हूं।