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Gyanvapi Case: व्यास जी के तहखाने में पूजा के बाद अब गूंजेगी घंटे की आवाज, 31 साल बाद हो रहा ऐसा

Gyanvapi Case: व्यास जी के तहखाने में पूजा के बाद अब गूंजेगी घंटे की आवाज, 31 साल बाद हो रहा ऐसा

Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाने में 31 साल बाद फिर से पूजा शुरू हो गई है। 1993 में अयोध्या विवाद के बाद इस तहखाने को सील कर दिया गया था। पिछले साल, वाराणसी की एक अदालत ने हिंदू पक्ष को इस तहखाने में पूजा करने की अनुमति दी थी।

31 साल बाद पूजा:

31 जनवरी 2023 को, हिंदू श्रद्धालुओं ने पहली बार व्यास जी के तहखाने में पूजा की। इस ऐतिहासिक क्षण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में, भक्तों को आरती करते और घंटे बजाते हुए देखा जा सकता है।

व्यास जी का तहखाना:

व्यास जी का तहखाना ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में स्थित एक छोटा सा कमरा है। हिंदुओं का मानना ​​है कि यह तहखाना भगवान शिव को समर्पित है। मुस्लिम पक्ष का कहना ​​है कि यह तहखाना वजू (وضू) यानी नमाज से पहले हाथ-पैर धोने के लिए इस्तेमाल होता था।

अदालत का फैसला:

पिछले साल, वाराणसी की एक अदालत ने हिंदू पक्ष को व्यास जी के तहखाने में पूजा करने की अनुमति दी थी। अदालत ने कहा कि हिंदू श्रद्धालुओं को तहखाने में “शांतिपूर्ण पूजा” करने का अधिकार है।

हिंदू पक्ष की खुशी:

व्यास जी के तहखाने में पूजा शुरू होने से हिंदू पक्ष में खुशी की लहर है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने इस फैसले का स्वागत किया है।

मुस्लिम पक्ष की नाराजगी:

वहीं, मुस्लिम पक्ष इस फैसले से नाराज है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने इस फैसले को चुनौती देने की बात कही है।

अगला क्या?:

व्यास जी के तहखाने में पूजा शुरू होने से ज्ञानवापी विवाद फिर से गरमा गया है। यह देखना बाकी है कि मुस्लिम पक्ष इस फैसले को लेकर क्या कानूनी कार्रवाई करता है।

नवीनतम अपडेट:

  • व्यास जी के तहखाने में अब घंटे की आवाज गूंजेगी।
  • 31 साल बाद पहली बार तहखाने में आरती की गई।
  • हिंदू पक्ष ने इस फैसले का स्वागत किया है।
  • मुस्लिम पक्ष इस फैसले को चुनौती देने की बात कह रहा है।

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