नासिक, महाराष्ट्र में स्थित कालाराम मंदिर भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर नासिक के पंचवटी क्षेत्र में स्थित है, जिसे रामायण में भगवान राम के वनवास का घर बताया गया है। माना जाता है कि भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण ने अपने वनवास के दौरान इस मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
मंदिर का निर्माण 1782 में हुआ था। यह मंदिर पहले लकड़ी का बना हुआ था और निर्माण में पूरे 12 साल का समय लगा था। बाद में इस मंदिर का पुनर्निर्माण पत्थर से किया गया। मंदिर के चारों तरफ 17 फीट ऊंची दीवारें हैं और पूरा मंदिर परिसर 245 फीट लंबा और 105 फीट चौड़ा है।
मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की खड़ी मुद्रा में मूर्ति मौजूद है। ये मूर्तियां काले पत्थर से बनी हुई हैं। मंदिर के मुख्य द्वार पर भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ हनुमानजी की मूर्ति भी है।
कालाराम मंदिर हिंदुओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर पूरे साल भक्तों से भरा रहता है। खासकर रामनवमी और अन्य रामायण से संबंधित त्योहारों के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
पौराणिक कथाएं
मंदिर से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। एक पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान राम ने वनवास के दौरान पंचवटी में रुके थे। उस समय, इस क्षेत्र में राक्षसों का प्रकोप था। ऋषि मुनियों ने भगवान राम से राक्षसों से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। भगवान राम ने उनकी प्रार्थना स्वीकार की और काला रूप धारण कर राक्षसों का वध किया। तब से इस मंदिर को कालाराम मंदिर कहा जाता है।
एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान राम ने वनवास के दौरान इस मंदिर में शिवलिंग की स्थापना की थी। इस शिवलिंग को कालाराम शिवलिंग कहा जाता है। यह शिवलिंग आज भी मंदिर में मौजूद है।
प्रधानमंत्री मोदी के दर्शन
हाल ही में, 20 जनवरी, 2024 को, भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कालाराम मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने मंदिर की प्रदक्षिणा की और ‘भजन-कीर्तन’ में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने अन्य भक्तों के साथ झांझ-मजीरे भी बजाए। प्रधानमंत्री ने इस दौरान महाकाव्य रामायण की कथा सुनी। उन्होंने विशेष रूप से ‘लंका कांड’ वाला खंड सुना जिसमें भगवान राम की अयोध्या वापसी का गान है।
प्रधानमंत्री मोदी के कालाराम मंदिर में दर्शन करने से इस मंदिर का महत्व और भी बढ़ गया है। यह मंदिर अब हिंदुओं के लिए एक और महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बन गया है।
कालाराम मंदिर एक ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण मंदिर है। यह मंदिर हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। मंदिर की प्राचीनता, धार्मिक महत्व और पौराणिक कथाएं इसे एक अद्वितीय और आकर्षक मंदिर बनाती हैं।