केरल के आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर धूल फांक चुके राजनीतिक मैदान में एक बार फिर हलचल मच गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐसा दांव खेला है जिसे देखकर विपक्ष के खेमे में भी हलचल बढ़ गई है। अगले दो महीने में भी कम समय बचा है, लेकिन पीएम मोदी केरल का तीसरा दौरा करने जा रहे हैं। यह दौरा केरल विधानसभा चुनावों के लिए एक रणनीतिक चक्रव्यूह के रूप में देखा जा रहा है, जिसने विपक्ष को सकते में डाल दिया है।
लगातार दौरे से बढ़ता जनाधारः
पीएम मोदी 27 फरवरी को त्रिवेंद्रम में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद 10 मार्च और 25 मार्च को भी उनके राज्य का दौरा करने की योजना है। लगातार दौरे से यह साफ है कि भाजपा को केरल में बड़ी उम्मीदें हैं। जहां पार्टी पहले कभी मजबूत स्थिति में नहीं रही, वहां अब जनाधार बढ़ाने की रणनीति बनाई जा रही है।
विपक्ष को घेरने का दांवः
विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम मोदी के दौरे को भाजपा की रणनीतिक चाल के रूप में देखा जा सकता है। लगातार दौरे से पार्टी विपक्ष को घेरने की कोशिश कर रही है। साथ ही, राज्य में अपनी पार्टी की स्थिति को मजबूत करने की रणनीति भी है। भाजपा लंबे समय से केरल में अपनी पैठ मजबूत करने की कोशिश कर रही है और अब चुनाव से पहले लगातार दौरे करके वह विपक्ष को दबाव में लाना चाहती है।
मुख्यमंत्री पर दबावः
पीएम मोदी के दौरे से निश्चित ही मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर दबाव बढ़ेगा। उन्हें भाजपा के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए नई रणनीति बनानी होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष आने वाले समय में पीएम मोदी के लगातार दौरे का मुकाबला कैसे करता है। क्या वे भी अपनी रणनीति में बदलाव करेंगे?
जीत की उम्मीदेंः
भाजपा को उम्मीद है कि पीएम मोदी के दौरे से चुनावों में जीत की राह प्रशस्त होगी। माना जा रहा है कि उनके लगातार दौरे भाजपा के वोट बैंक को मजबूत करने में सफल होंगे। केरल में भाजपा की सक्रियता पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रही है। पार्टी ने राज्य में कई रैलियां और कार्यक्रम आयोजित किए हैं। अब पीएम मोदी के दौरे से पार्टी को और गति मिलने की उम्मीद है।
अगले कदमः
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में राजनीतिक मैदान कैसा मोड़ लेता है। पीएम मोदी के लगातार दौरे का विपक्ष कैसे जवाब देता है और क्या वे अपनी रणनीति में बदलाव करेंगे? क्या भाजपा को केरल में जीत हासिल होगी या विपक्ष फिर से सत्ता बरकरार रख पाएगा? केरल विधानसभा चुनाव 2024 निश्चित रूप से रोचक और दिलचस्प रहने वाले हैं।