प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने 15,700 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं के विकास से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं।
रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर “अयोध्या धाम जंक्शन” कर दिया गया है। यह स्टेशन विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस है। इसमें आधुनिक यात्री सुविधाओं के साथ-साथ एक भव्य प्रतीक्षा कक्ष भी है। एयरपोर्ट का नाम “महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम” रखा गया है। यह हवाई अड्डा 2024 में शुरू होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री ने इन विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के अवसर पर एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी सभ्यता ने हमें रास्ता दिखाया है। हम पुरातन और नूतन को साथ लेकर चलते हैं। एक समय था कि रामलला टेंट में थे। अब न सिर्फ रामलला को पक्का घर मिला है बल्कि देश के चार करोड़ गरीबों को भी पक्का घर मिला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या एक पवित्र तीर्थस्थल है। यह एक ऐतिहासिक शहर भी है। इन विकास परियोजनाओं से अयोध्या का विकास होगा और यह दुनिया भर में एक आकर्षण का केंद्र बनेगा।
वहीं अयोध्या के एयरपोर्ट का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि जी के नाम पर अयोध्या धाम एयरपोर्ट का नाम, इस एयरपोर्ट में आने वाले हर यात्री को धन्य करेगा. महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण वो ज्ञान मार्ग है, जो हमें प्रभु श्रीराम से जोड़ती है। आधुनिक भारत में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या धाम, हमें दिव्य-भव्य-नव्य राम मंदिर से जोड़ेगा।’
अयोध्या में विकास परियोजनाओं के उद्घाटन से रामनगरी का उज्ज्वल भविष्य दिखाई दे रहा है। इन परियोजनाओं से अयोध्या की कनेक्टिविटी, बुनियादी सुविधाओं और विकास में सुधार होगा। इससे अयोध्या एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभरने की संभावना है।