कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस नेता नसीर हुसैन की जीत के जश्न के दौरान कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में हाल ही में सामने आई फोरेंसिक रिपोर्ट ने घटना को एक नया मोड़ दे दिया है।
फोरेंसिक रिपोर्ट पुष्टि करती है: विधानसभा के बाहर लगे पाकिस्तान समर्थक नारे
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विधानसभा के बाहर जश्न के दौरान वाकई में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए थे। जांचकर्ताओं ने वीडियो और ऑडियो दोनों की गहन जांच की और पाकिस्तान समर्थक नारों की मौजूदगी की पुष्टि की। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि फुटेज में किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई थी, जिससे यह संकेत मिलता है कि नारे वास्तविक थे।
पुलिस हिरासत में एक संदिग्ध
इस मामले में एक संदिग्ध मोहम्मद शफीक नाशीपुडी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हावेरी के पुलिस अधीक्षक अंशुकुमार ने बताया कि 27 फरवरी को विधानसभा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
घटनाक्रम का सार
यह विवाद 27 फरवरी को सामने आया था, जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कथित तौर पर जश्न के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे।
वीडियो सामने आने के बाद, भाजपा नेताओं ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं, नसीर हुसैन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि जश्न के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे नहीं लगे थे, बल्कि भीड़ “नसीर हुसैन जिंदाबाद” कह रही थी।
भाजपा का लगातार हमला, विरोध प्रदर्शन
इस मामले को लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमलावर है। गुरुवार को विपक्ष के नेता आर. अशोक के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने “राजभवन चलो” मार्च निकाला था और राज्य में खराब कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने की मांग की थी।
आगे की कार्रवाई का इंतजार
फिलहाल पुलिस जांच जारी है और यह देखना होगा कि नसीर हुसैन पर क्या कार्रवाई की जाती है। साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और सच्चाई सामने आए।