रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कट्टरपंथियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वे देश में नफरत फैलाते हैं तो उनका वीजा रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन एक खुला और सहिष्णु समाज है, लेकिन नफरत और कट्टरपंथ के लिए यहां कोई जगह नहीं है।
सुनक ने कहा कि सरकार “नफरत फैलाने वालों” पर नकेल कसने के लिए नए कानून लाएगी। इन कानूनों के तहत, जो लोग ब्रिटेन में रहते हुए नफरत फैलाते हैं, उनका वीजा रद्द किया जा सकता है और उन्हें देश से बाहर निकाला जा सकता है।
सुनक ने कहा कि यह सरकार का दायित्व है कि वह अपने नागरिकों को नफरत और कट्टरपंथ से बचाए। उन्होंने कहा कि सरकार “नफरत फैलाने वालों” को कड़ी सजा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
सुनक की इस चेतावनी को कई लोगों ने सराहा है। लोगों का कहना है कि यह सरकार का सही कदम है। उन्होंने कहा कि नफरत और कट्टरपंथ के लिए ब्रिटेन में कोई जगह नहीं है।
हालांकि, कुछ लोगों ने सरकार की इस योजना पर सवाल भी उठाए हैं। उनका कहना है कि यह योजना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि “नफरत फैलाने वालों” को सजा देने के नाम पर किसी निर्दोष व्यक्ति को परेशान न किया जाए।
यह देखना बाकी है कि सरकार की यह योजना कितनी प्रभावी होती है। लेकिन यह स्पष्ट है कि सरकार नफरत और कट्टरपंथ को लेकर गंभीर है और वह इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।