प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन बिखर जाएगा और कांग्रेस नेता राहुल गांधी तथा समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव गर्मी की छुट्टी पर ‘खटाखट-खटाखट’ विदेश चले जाएंगे। विपक्ष पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया कि चार जून के बाद ‘इंडी’ (इंडिया) गठबंधन खटाखट-खटाखट टूटकर बिखर जाएगा।
मोदी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के चार जिलों में अलग अलग रैलियों को संबोधित करते हुए यह भी कहा, ‘इस चुनाव में देश के सामने दो मॉडल हैं। एक तरफ एनडीए का ‘संतुष्टिकरण मॉडल’ है। और दूसरी तरफ सपा-कांग्रेस का ‘तुष्टिकरण मॉडल’ है।’
ईवीएम का खेल नहीं
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों द्वारा ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवालों को खारिज करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का लोकसभा चुनाव में 400 सीट जीतने का लक्ष्य ‘ईवीएम का खेल नहीं है’ बल्कि “ये हर मां बहन का आशीर्वाद है जिनको पक्का घर मिल चुका है।”
मोदी ने बृहस्पतिवार को भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में क्रमश: पूर्वी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़, जौनपुर, भदोही और प्रतापगढ़ जिलों में आयोजित चार जनसभाओं को सिलसिलेवार संबोधित किया, जहां छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा। भाजपा के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण इलाके में मोदी ने जहां एक तरफ विकास की उम्मीद जगाई, वहीं विपक्षी दलों के समूह ‘इंडिया’ गठबंधन पर जमकर प्रहार किया।
गढ़ वापसी की चुनौती
पूर्वांचल की इन छह में से तीन सीट भाजपा 2019 के चुनाव में हार गयी थी। 2019 में आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ, लालगंज में सपा-बसपा गठबंधन की संगीता आजाद ने भाजपा की नीलम सोनकर और जौनपुर में सपा-बसपा गठबंधन के श्याम सिंह यादव ने भाजपा के कृष्ण प्रताप सिंह को पराजित किया था।
साल 2019 का लोकसभा चुनाव सपा-बसपा ने गठबंधन में लड़ा था, लेकिन इस बार जहां बसपा अकेले चुनावी रण में है, वहीं सपा कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है और ये दोनों दल ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल हैं।