Author name: संदीप (शिवा) | संस्थापक – लोगसभा

भगवान राम: धर्मप्रिय वीर राजा और वह युद्ध जिसने विश्व में सत्य और न्याय का आदर्श स्थापित किया

भारतीय सभ्यता के विशाल महाकाव्य में कुछ ही हस्तियाँ ऐसी हैं जो समय और स्थान की सीमाओं को तोड़कर अमर और परिवर्तनकारी बनी रहती हैं। भगवान राम—अयोध्या के दिव्य राजकुमार, धर्म के जीवंत प्रतीक, और वो योद्धा राजा—ऐसे ही एक महान व्यक्तित्व हैं। विष्णु के सातवें अवतार के रूप में पूजे जाने वाले राम का […]

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हाइफ़ा का युद्ध

📰 हाइफ़ा का युद्ध: कैसे इज़राइल ने भारतीय वीरों के सम्मान में अपना इतिहास दोबारा लिखा

23 सितंबर 1918, प्रथम विश्व युद्ध के आख़िरी दिनों में हाइफ़ा की रेतीली धरती पर घोड़ों की टापें गूंज उठीं। यह था हाइफ़ा का युद्ध — इतिहास के सबसे साहसी और आख़िरी घुड़सवार हमलों में से एक।  इस जंग का नेतृत्व ब्रिटिश नहीं, बल्कि भारत के वीर सिपाहियों ने किया था, जो अपने वतन से

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Sarkari.finance – आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दूरदर्शी पहल

विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) आधुनिक आर्थिक विकास की आधारशिला के रूप में उभरा है —यह किसी भी देश की उत्पादक संपत्तियों में विदेशी कंपनियों द्वारा किया गया दीर्घकालिक निवेश है, जो केवल पूंजी का प्रवाह नहीं, बल्कि तकनीक, प्रबंधन कौशल और वैश्विक अनुभव का संचार भी करता है। भारत में FDI की यात्रा स्वतंत्रता के

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Balasaheb Thackeray: The Undisputed Guardian of Hindutva and Marathi Asmita

बालासाहेब ठाकरे: हिंदुत्व और मराठी अस्मिता के अडिग संरक्षक

भारतीय राजनीति के उथल-पुथल भरे परिदृश्य में, जहां नेता मानसून की छाया की तरह उभरते और गायब हो जाते हैं, बालासाहेब ठाकरे एक चट्टान की तरह अडिग खड़े रहे। एक प्रखर हिंदुत्ववादी और मराठी अस्मिता के निष्ठावान रक्षक, उन्होंने विवादों और गलतफहमियों के तूफानों का सामना अटूट हिम्मत और दृढ़ संकल्प के साथ किया। आलोचक

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क्रांतिकारी देशभक्त: नेताजी की निडर सोच और अदम्य जज़्बे की गाथा

ताइवान के उस उथल-पुथल भरे आसमान में लौट चलिए — तारीख है 18 अगस्त 1945। जापान की पराजय के बाद, नेताजी सुभाषचंद्र बोस एक विशाल मित्सुबिशी बॉम्बर विमान में सवार होते हैं, मानो इतिहास से एक और बाज़ी खेलने निकले हों। उड़ान भरते ही विमान आग की लपटों में घिर जाता है —गंभीर जलन, अफरातफरी

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काशी विश्वनाथ: आस्था की अनंत ज्योति और भारत की आत्मा

सुबह वाराणसी में, जब शंख की गूंज उठती है और मंदिर के द्वार खुलते हैं, काशी विश्वनाथ अनंत गाथा में एक नया पृष्ठ जोड़ता है। धरती पर कुछ ही स्थान हैं जो मिथक, इतिहास और भक्ति को इतनी खूबसूरती से एक साथ बुनते हैं। यह मंदिर केवल एक पूजा स्थल नहीं, बल्कि भारत की आत्मा

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